Pitru Paksha 2022: 10 सितंबर से शुरू हो रहे रहें श्राद्ध, जान लें ये जरूरी नियम, वरना करेंगे मुसीबतों का सामना

By रुस्तम राणा | Published: September 9, 2022 04:35 PM2022-09-09T16:35:17+5:302022-09-09T16:40:59+5:30

Next

Pitru Paksha 2022: पितरों के प्रति श्रद्धा पर्व यानी श्राद्ध पर्व 10 सितंबर से शुरू हो रहे हैं। भाद्रपद पूर्णिमा को पहला श्राद्ध होता है। 15 दिनों तक चलने वाले इस पितृ पक्ष का समापन 25 सितंबर 2022 को सर्व पितृ अमावस्या के दिन होगा।

हिन्दू मान्यता के अनुसार, श्राद्ध पक्ष में कुछ नियमों का पालन करना जरूरी होता है। इस अवधि में कुछ विशेष कार्यों को करने की मनाही होती है। जैसे-

नियमानुसार, श्राद्ध पक्ष के दौरान कुछ विशेष कार्यों को नहीं करना चाहिए। जैसे इस अवधि में नाखून, बाल कटवाने और सेविंग करना निषेध माना जाता है।

पितृ पक्ष के दौरान पितरों की आत्मा की शांति के लिए इस अवधि में मंदिरा पान एवं अन्य प्रकार के नशीले पदार्थों के अलावा मांस-मछली के सेवन से बचना चाहिए।

पितृ तर्पण के इस पर्व के दौरान आपको नई चीजों की खरीदारी जैसे वाहन, आभूषण या वस्त्र आदि की खरीदारी से बचना चाहिए।

यदि पितरों की मृत्यु की तिथि पता है तो तिथि अनुसार ही पिंडदान करें। वरना सर्व पितृ अमावस्‍या या धर्म-शास्‍त्रों में बताई गई तिथियों के अनुसार पिंडदान करें।

नोट: यहां दी गई जानकारी लोक मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। लोकमत हिन्दी इसकी पुष्टि नहीं करता है।