Train Accident: पीएम मोदी आज जाएंगे ओडिशा, बालासोर में दुर्घटनास्थल का करेंगे दौरा, की समीक्षा बैठक
By अनिल शर्मा | Published: June 3, 2023 11:48 AM2023-06-03T11:48:00+5:302023-06-03T12:39:35+5:30
ओडिशा के बालासोर जिले में शुक्रवार शाम को कोरोमंडल एक्सप्रेस और बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन के पटरी से उतरने और एक मालगाड़ी से टकराने से जुड़े रेल हादसे में मृतक संख्या शनिवार को बढ़कर 238 हो गई, 900 से अधिक यात्री घायल हुए हैं।
बालासोरः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ओडिशा में हुई ट्रेन दुर्घटना के संबंध में स्थिति की समीक्षा के लिए शनिवार एक बैठक की। पीएम मोदी ने इस उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। वहीं सरकारी सूत्रों ने शनिवार जानकारी दी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज ओडिशा भी जाएंगे। पहले वे बालासोर में दुर्घटनास्थल का दौरा करेंगे और फिर कटक के अस्पताल का दौरा करेंगे।
ओडिशा के बालासोर जिले में शुक्रवार शाम को कोरोमंडल एक्सप्रेस और बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन के पटरी से उतरने और एक मालगाड़ी से टकराने से जुड़े रेल हादसे में मृतक संख्या शनिवार को बढ़कर 238 हो गई, 900 से अधिक यात्री घायल हुए हैं।
गौरतलब है कि केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव सुबह घटनास्थल का दौरा किया। दुर्घटना का भयावह बताते हुए विस्तृत उच्च स्तरीय जांच कराने का आश्वासन दिया। घटनास्थल पर पहुंचे रेल मंत्री ने कहा कि एक विस्तृत उच्च स्तरीय जांच की जाएगी और रेल सुरक्षा आयुक्त भी एक स्वतंत्र जांच करेंगे।
#WATCH प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बालासोर ट्रेन दुर्घटना के संबंध में स्थिति की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की।#BalasoreTrainAccidentpic.twitter.com/iPP5SGAZFe
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 3, 2023
अश्विनी वैष्णव के अलावा केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी बालासोर पहुंचे हैं। उन्होंने बालासोर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल का दौरा किया।इसके अलावा ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक भी उन अस्पतालों का शनिवार दौरा किया जहां हादसे में घायल यात्री उपचार के लिए भर्ती हैं। इस बीच खबर है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी बालासोर के लिए रवाना हो चुकी हैं।
भुवनेश्वर में अधिकारियों ने बताया कि 1,200 कर्मियों के अलावा 200 एंबुलेंस, 50 बस और 45 सचल स्वास्थ्य इकाइयां दुर्घटनास्थल पर काम कर रही हैं। राज्य के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ट्रेन के उस डिब्बे को जमीन से निकालने के लिए क्रेन और बुलडोजर की मदद ली जा रही है, जो एक अन्य ट्रेन के डिब्बे के उसके ऊपर गिरने के कारण धंस गया था।
बचावकर्ता गैस टॉर्च और इलेक्ट्रिक कटर की मदद से रेलगाड़ियों के बीच फंसे जीवित लोगों और शवों को बाहर निकालने की कोशिश कर रहे हैं। भुवनेश्वर में अधिकारियों ने बताया कि 1,200 कर्मियों के अलावा 200 एंबुलेंस, 50 बस और 45 सचल स्वास्थ्य इकाइयां दुर्घटनास्थल पर काम कर रही हैं। शवों को ट्रैक्टर समेत विभिन्न प्रकार के वाहनों में अस्पताल पहुंचाया जा रहा है।