Highlightsट्वीट में कहा कि वह ‘इंसानियत’ के आधार पर पत्रकार के नाम का खुलासा नहीं करेंगे।भारतीय टीम प्रबंधन एक युवा खिलाड़ी को बैकअप विकेटकीपर के रूप में तैयार करना चाहता है।भारतीय क्रिकेटर्स एसोसिएशन ने साहा को भेजे गए धमकी भरे संदेश की निंदा की।
Wriddhiman Saha: भारत के अनुभवी विकेटकीपर-बल्लेबाज रिद्धिमान साहा ने मंगलवार को फैसला किया कि वह धमकी भरा संदेश भेजने वाले पत्रकार की पहचान को उजागर नहीं करेंगे। साहा ने मंगलवार को सिलसिलेवार ट्वीट में कहा कि वह ‘इंसानियत’ के आधार पर पत्रकार के नाम का खुलासा नहीं करेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं इससे दुखी और आहत था। मैंने सोचा कि इस तरह के व्यवहार को बर्दाश्त नहीं करना चाहिए और मैं नहीं चाहता था कि कोई भी इस तरह की धमकी का सामना करे। मैंने फैसला किया कि मैं लोगों के सामने चैट का खुलासा करूंगा, लेकिन उसके नाम को जाहिर नहीं करूंगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ मेरा स्वभाव ऐसा नहीं है कि किसी का करियर खत्म करने की हद तक किसी को नुकसान पहुंचाऊं। इसलिए मानवता के आधार पर उनके परिवार को देखते हुए, मैं फिलहाल नाम उजागर नहीं कर रहा हूं। लेकिन अगर ऐसी कोई पुनरावृत्ति होती है, तो मैं पीछे नहीं हटूंगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ मैं उन सभी को धन्यवाद देता हूं जिन्होंने मेरा समर्थन किया और इस मामले में मदद करने की इच्छा जताई। ’’ साहा को श्रीलंका के खिलाफ घरेलू श्रृंखला (टेस्ट) के लिए टीम से बाहर कर दिया गया है और भविष्य में चयन के लिए उनके नाम पर विचार किए जाने की संभावना नहीं है।
भारतीय टीम प्रबंधन एक युवा खिलाड़ी को बैकअप विकेटकीपर के रूप में तैयार करना चाहता है। भारतीय क्रिकेटर्स एसोसिएशन ने साहा को भेजे गए धमकी भरे संदेश की निंदा की। बीसीसीआई ने सोमवार को कहा कि वह इस मामले की जांच करेगा। इस 37 वर्षीय विकेटकीपर ने 2010 में पदार्पण करने के बाद से 40 टेस्ट खेले हैं।
आईसीए ने साहा को ‘धमकी’ की कड़ी निंदा की
भारतीय क्रिकेटर्स संघ (आईसीए) ने मंगलवार को एक वरिष्ठ भारतीय पत्रकार द्वारा अनुभवी विकेटकीपर बल्लेबाज रिद्धिमान साहा को ‘धमकी भरा’ संदेश देने की कड़ी निंदा की और इस मुद्दे की जांच के भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के फैसले का स्वागत किया। आईसीए ने बीसीसीआई से अपील की है कि वे इस मामले में कड़ी से कड़ी कार्रवाई करें।
आईसीए प्रमुख अशोक मल्होत्रा ने बयान में कहा, ‘‘हम इस तथ्य को स्वीकार करते हैं कि मीडिया हमारे खेल और खिलाड़ियों दोनों की प्रगति मे काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है लेकिन हमेशा एक सीमा होती है जिसे कभी पार नहीं किया जाना चाहिए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘साहा के मामले में जो भी हुआ वह पूरी तरह से अस्वीकार्य है और हम संबंधित मीडिया संगठन से भी अपील करते हैं कि वे इस मुद्दे पर गौर करें और सुनिश्चित करें कि इस तरह की चीजें दोहराई नहीं जाएं।’’
मल्होत्रा ने कहा, ‘‘आईसीए के रूप में हमारी सबसे बड़ी चिंता अतीत के और मौजूदा क्रिकेटरों का कल्याण है और हम पत्रकार या अन्य किसी से भी इस तरह के बर्ताव को स्वीकार नहीं करेंगे।’’ मल्होत्रा चाहते हैं कि साहा उस पत्रकार के नाम का खुलासा करें जिन्होंने उसे संदेश भेजा था। उन्होंने कहा, ‘‘हम पूरी तरह से साहा के साथ हैं और उससे आग्रह करते हैं कि वह पत्रकार के नाम का खुलासा करें।
बीसीसीआई को अगर लगता है कि पत्रकार की मान्यता और बीसीसीआई के किसी टूर्नामेंट में उसे प्रवेश को रद्द करने की जरूरत है तो हम इस कदम का पूरी तरह से समर्थन करेंगे।’’ आईसीए सचिव हितेश मजूमदार ने कहा, ‘‘हम साहा को अपने पूरे समर्थन की पेशकश करते हैं।
किसी भी खिलाड़ी को मीडिया या किसी और से इस तरह की ‘धमकी’ का सामना नहीं करना चाहिए। हम मीडिया से अपील करते हैं कि वे भी साहा का समर्थन करें और सुनिश्चित करें इस तरह के मुद्दे दोबारा सामने नहीं आएं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘खिलाड़ी और मीडिया के बीच कोई भी बातचीत हमेशा आपसी सहमति से होनी चाहिए।’’