Lokmat National Conclave: सुधांशु त्रिवेदी ने कहा भारत सबसे बड़ा लोकतंत्र 'ये सच नहीं है ये आधा सच है'

By संदीप दाहिमा | Published: March 14, 2023 03:40 PM2023-03-14T15:40:40+5:302023-04-28T15:30:48+5:30

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लोकमत पार्लियामेंट्री अवॉर्ड्स-2022 के चौथे संस्करण का पुरस्कार वितरण समारोह दिल्ली में मंगलवार को आयोजित किया गया है। इस कार्यक्रम में संसद के कई सांसद शिरकत कर रहे हैं। इसी क्रम में लोकमत नेशनल कॉन्क्लेव में भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता और राज्यसभा सदस्य सुधांशु त्रिवेदी भी शामिल हुए, जहां उन्होंने विपक्ष के उस आरोप का जवाब दिया, जिसमें कहा गया कि भाजपा सत्ताधारी होकर संसद चलने नहीं दे रही।

उन्होंने कहा कि हम सब यही कहते हैं कि भारत सबसे बड़ा लोकतंत्र है, जबकि ये सच नहीं है ये आधा सच है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने कहा है कि हम लोकतंत्र की जननी हैं। उन्होंने कहा कि भारत के हर व्यक्ति को गर्व करना चाहिए कि मैग्नाकार्टा ब्रिटेन में तो आया 1215 में, लेकिन भारत में 12वीं शताब्दी में उससे 100 साल पहले कर्नाटक में भगवान बसवन्ना के अनुभव मंडपों पर बैठकर सारे निर्णय होते थे।

भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने आगे कहा कि वैशाली का गणराज्य 2500 साल पहले था। यही नहीं, लोकसभा और राज्यसभा का शब्द भी वैदिक काल में सभा, समिति, विदथ और गण से आया है। दुनिया की महज 30 प्रतिशत आबादी शुद्ध लोकतंत्र के अंतर्गत आती है, जिसमें 16 प्रतिशत आबादी भारत की है यानी भारत को हटा दें तो पूरी दुनिया 14 प्रतिशत पर है।

उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी विरासत जिसकी हो, उसके बारे में कोई ये कहे कि लोकतंत्र के ऊपर आक्रमण हो गया।

मोदी सरकार से आपको आपत्ति थी तो ठीक है, लेकिन मैंने जो कहा आप उसमें से तो कुछ कह देते कि हम वो देश है, जिसने हमेशा लोकतंत्र के ऊँचे आदर्श दिए हैं। हम वो देश हैं, जिसने प्राचीन गणराज्य दिया है। इसमें एक शब्द कभी भी राहुल गांधी जी ने नहीं बोला क्योंकि उन्हें भारत और भारतीयता पर न तो गर्व और न ही ज्ञान है।