ICC: टी20 के कारण टेस्ट मैचों की संख्या में कटौती, आईसीसी चेयरमैन ग्रेग बार्कले बोले-दुर्भाग्यपूर्ण परिणाम होंगे, द्विपक्षीय सीरीज का बुरा हाल

ICC: हर साल महिला और पुरुष क्रिकेट का एक टूर्नामेंट है। इसके अलावा घरेलू लीग बढ़ती जा रही है। द्विपक्षीय सीरीज छोटी हो रही है।

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: June 4, 2022 07:50 PM2022-06-04T19:50:43+5:302022-06-04T19:52:20+5:30

ICC International Cricket Council chairman Greg Barclay warns of reduction in volume of Test cricket in future | ICC: टी20 के कारण टेस्ट मैचों की संख्या में कटौती, आईसीसी चेयरमैन ग्रेग बार्कले बोले-दुर्भाग्यपूर्ण परिणाम होंगे, द्विपक्षीय सीरीज का बुरा हाल

टेस्ट क्रिकेट खेलने के लिये घरेलू ढांचा उस तरह का होना चाहिये जो अभी किसी देश में नहीं है।

googleNewsNext
Highlightsअगले 10 -15 साल में टेस्ट क्रिकेट खेल का अभिन्न हिस्सा तो रहेगा लेकिन मैचों की संख्या कम हो सकती है।भारत, आस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जैसे देशों पर इसका असर नहीं पड़ेगा। महिला क्रिकेट में टेस्ट प्रारूप का उतनी तेजी से विकास नहीं हो रहा है।

ICC: आईसीसी चेयरमैन ग्रेग बार्कले ने चेताया है कि घरेलू टी20 लीगों की बढ़ती संख्या से द्विपक्षीय सीरीज छोटी होती जा रही है और अगले दशक में इससे टेस्ट मैचों की संख्या में कटौती हो सकती है।

नवंबर 2020 में आईसीसी चेयरमैन बने बार्कले ने कहा कि अगले साल से शुरू हो रहे अगले भावी दौरा कार्यक्रम को तय करते समय आईसीसी को बड़ी दिक्कतें आयेंगी। उन्होंने इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच तीन टेस्ट मैचों की सीरीज के पहले मैच के दौरान बीबीसी के ‘टेस्ट मैच स्पेशल’ कार्यक्रम में कहा ,‘हर साल महिला और पुरुष क्रिकेट का एक टूर्नामेंट है। इसके अलावा घरेलू लीग बढ़ती जा रही है। इससे द्विपक्षीय सीरीज छोटी हो रही है।’’ उन्होंने कहा ,‘इसके दुर्भाग्यपूर्ण परिणाम होंगे।

खेलने के अनुभव के नजरिये से भी और उन देशों के राजस्व पर भी जिन्हें ज्यादा खेलने के मौके नहीं मिलते खासकर भारत, आस्ट्रेलिया या इंग्लैंड जैसी टीमों के खिलाफ।‘ उन्होंने कहा ,‘अगले 10 -15 साल में टेस्ट क्रिकेट खेल का अभिन्न हिस्सा तो रहेगा लेकिन मैचों की संख्या कम हो सकती है।’

उन्होंने यह भी संकेत दिया कि भारत, आस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जैसे देशों पर इसका असर नहीं पड़ेगा। बार्कले ने यह भी कहा कि महिला क्रिकेट में टेस्ट प्रारूप का उतनी तेजी से विकास नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा ,‘‘ टेस्ट क्रिकेट खेलने के लिये घरेलू ढांचा उस तरह का होना चाहिये जो अभी किसी देश में नहीं है। मुझे नहीं लगता कि महिला क्रिकेट में टेस्ट प्रारूप का उतनी तेजी से विकास हो रहा है।’’ 

Open in app