पश्चिम बंगाल: आईफोन खरीदने के जुनून में माता-पिता ने 8 माह के बच्चे को बेचा, नए फोन से इंस्टाग्राम पर बनाई ढेरों रील्स
By अंजली चौहान | Published: July 28, 2023 01:51 PM2023-07-28T13:51:02+5:302023-07-28T13:54:55+5:30
पुलिस ने पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के खरदाह निवासी प्रियंका घोष से 8 महीने के नवजात को बचाया।
कोलकाता: पश्चिम बंगाल से एक हौरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां कलयुगी दंपति ने अपने मासूम से बच्चे को महंगा फोन खरीदने के लिए बेच दिया।
बताया जा रहा है कि पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में पुलिस ने अपने ही आठ माह के बच्चे को बेचने के आरोप में एक दंपति को पकड़ा है।
इस घटना का खुलासा उस वक्त हुआ जब स्थानीय लोगों ने पुलिस को इसकी सूचना दी। इंडिया टुडे के अनुसार, स्थानीय लोगों को दंपति पर उस वक्त शक हुआ जब उनके पास एकदम से आईफोन 14 आ गया जिसकी कीमत लाखों में है। इस फोन के बाद ही लोगों को संदेह हुआ और उन्होंने इसकी खबर पुलिस को दे दी।
स्थानीय लोगों के अनुसार, दंपति, जिनकी एक बेटी भी है, ने पूरे राज्य की यात्रा की और अपने हनीमून के लिए दीघा और मंदारमणि समुद्री तटों सहित कई स्थानों का दौरा किया। हालांकि यह घटना रविवार (24 जुलाई) को सामने आई, लेकिन यह कम से कम डेढ़ महीने पहले हुई थी।
2 लाख में बच्चे को बेचा
जानकारी के अनुसार, जयदेव घोष और साथी के रूप में पहचाने जाने वाले जोड़े ने ही अपने बच्चे को दो लाख में बेच दिया था। बाद में उन पैसों को लेकर वह हनीमून पर चला गया। घूमने के लिए दंपति ने दीघा समुद्र तट जैसी कई जगहों को चुना और साथ में आईफोन भी खरीदा।
Wymen of I.N.D.I.A.
— NCMIndia Council For Men Affairs (@NCMIndiaa) July 26, 2023
In a shocking incident from 24 Parganas, West Bengal Sathi, a mother of two sold her 8 months old SON to buy an iPhone to make reels. And no this is not a Prank. Her Neighbors got suspicious when they saw her flashing brand new iPhone and making reels while… pic.twitter.com/GbJekIi9ru
बच्चा खरीदने वाली गिरफ्तार
गौरतलब है कि मामले का खुलासा होने के बाद पुलिस ने माता-पिता दोनों को हिरासत में लेकर बच्चे को सुरक्षित बचा लिया। वहीं पुलिस ने बच्चे को खरीदने वाली महिला को भी गिरफ्तार कर लिया है। महिला की पहचान प्रियंका घोष के रूप में हुई है। प्रियंका को खरदह पुलिस स्टेशन ले जाया गया लेकिन उन्होंने अभी तक विवरण नहीं दिया है।
आरोपी के पिता ने दी प्रतिक्रिया
बच्चे के पिता जयदेव के पिता कामई चौधरी ने इस घटना पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मुझे पता था कि बच्चे को उसके मामा के घर भेज दिया गया था। बाद में, मुझे पता चला कि बच्चे को बेच दिया गया था। मैं नहीं कह सकता कि बच्चे को क्यों और किसको बेच दिया गया था।
उन्होंने कहा कि मुझे पता चला कि बच्चे को बेचने के बाद, मेरा बेटा और उसकी पत्नी दीघा, मंदारमणि समुद्री तटों पर गए थे। उन्होंने तारापीठ काली मंदिर का भी दौरा किया था।
कामई चौधरी ने अपने बेटे और बहू पर मानसिक और शारीरिक रूप से हमला करने का भी आरोप लगाया और शिकायत दर्ज कराई है।
इस मामले में टीएमसी पार्षद तारोक गुहा का भी बयान सामने आया है। टीएमसी पार्षद के अनुसार, "पिछली रात भी, जयदेब नशे में था और अपनी बेटी को ले जाने के लिए चिल्ला रहा था। मैं नहीं कह सकता कि उसे कहाँ ले जाया जा रहा था। मैं फिर उसके घर गया और उसे डांटा। अब मैंने सुना है कि उसका छोटा बच्चा बेच दिया गया है। यह सच है कि उक्त लड़का कुछ दिनों से दिखाई नहीं दिया है।"