Road Safety World Series T20 2022: सचिन तेंदुलकर ने जीता दिल, 55 आदिवासी बच्चे जीवन में पहली बार स्टेडियम में मैच देखने पहुंचे

Road Safety World Series T20 2022: 55 आदिवासी बच्चे अपने जीवन में पहली बार किसी स्टेडियम में अंतरराष्ट्रीय स्तर का क्रिकेट मैच के गवाह बनने पहुंचे थे। 

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: September 20, 2022 11:01 AM2022-09-20T11:01:58+5:302022-09-20T11:02:52+5:30

Road Safety World Series T20 2022 Sachin Tendulkar won heart 55 tribal children came see match in stadium  first time in life | Road Safety World Series T20 2022: सचिन तेंदुलकर ने जीता दिल, 55 आदिवासी बच्चे जीवन में पहली बार स्टेडियम में मैच देखने पहुंचे

सचिन तेंदुलकर फाउंडेशन (एसटीएफ) की पहल के तहत दिया गया।

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Highlightsसचिन तेंदुलकर फाउंडेशन (एसटीएफ) की पहल के तहत दिया गया। आयोजकों की जारी विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई। भीगे मैदान की स्थिति देखकर मुकाबला बिना किसी नतीजे के रद्द कर दिया गया।

Road Safety World Series T20 2022: महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने मध्य प्रदेश के सीहोर जिले के 55 आदिवासी बच्चों को सोमवार को इंदौर के होलकर स्टेडियम में इंडिया लीजेंड्स और न्यूजीलैंड लीजेंड्स के बीच रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज का टी-20 मैच देखने के लिए आमंत्रित किया।

यह आमंत्रण परमार्थिक संगठन सचिन तेंदुलकर फाउंडेशन (एसटीएफ) की पहल के तहत दिया गया। स्पर्धा के आयोजकों की जारी विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई। विज्ञप्ति के मुताबिक 55 आदिवासी बच्चे अपने जीवन में पहली बार किसी स्टेडियम में अंतरराष्ट्रीय स्तर का क्रिकेट मैच के गवाह बनने पहुंचे थे।

हालांकि, ये मैच बारिश के कारण बाधित हुआ। बाद में भीगे मैदान की स्थिति देखकर मुकाबला बिना किसी नतीजे के रद्द कर दिया गया। बारिश की शुरुआत से पहले, मुकाबले में कुछ देर बल्लेबाजी कर सके इंडिया लीजेंड्स के कप्तान सचिन तेंदुलकर ने अपने साथी खिलाड़ियों के साथ होलकर स्टेडियम का चक्कर लगाते हुए करीब 20,000 दर्शकों को धन्यवाद दिया जो आखिरी पल तक मैच बहाल होने की उम्मीद लगाए बैठे थे।

विज्ञप्ति में बताया गया कि इंडिया लीजेंड्स के कप्तान के रूप में मैच खेलने के लिए होलकर स्टेडियम के मैदान पर उतरने से पहले, तेंदुलकर ने इन बच्चों के साथ संवाद किया और उनसे जीवन में अपने कुछ सिद्धांतों के बारे में चर्चा की।

तेंदुलकर ने बच्चों से कहा,"जीवन चुनौतियों से भरा है, लेकिन जो व्यक्ति जीवन में सभी चुनौतियों का समाधान ढूंढता है, वही असली विजेता होता है।" विज्ञप्ति के मुताबिक एसटीएफ के माध्यम से तेंदुलकर मध्य प्रदेश के दूर-दराज के कुछ इलाकों में आदिवासी बच्चों की बेहतरी के लिए विनायक लोहानी के परिवार फाउंडेशन के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। 

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